Saturday 14 May 2016

अपने अंदर निराशा के भाव को न आने दें...


आप अपने जीवन में कभी भी निराशा का भाव नहीं आने दें. अगर आपके जीवन में कभी भी निराशा का भाव आता है तो आपके जीवन पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा और आप उसी में उलझ कर रह जाएंगे. इसलिए जीवन जीने का एक मंत्र हमेशा सभी लोगों को याद रखना चाहिए कि कभी भी अपने अंदर निराशा के भाव को आने ही न दें. अगर आप ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है.


हां अगर कभी आपको लगे कि निगेटिव इनर्जी आपके ऊपर हावी होने का प्रयास कर रहा है तो उस वक्त आप थोड़ा धैर्य रखें और उससे कुछ सीखने का प्रयास करें. कहने का तात्पर्य यह है कि वही व्यक्ति सफल हो सकता है जो विपरीत परिस्थिति में भी अपने आप को टूटने से बचा लेता है.


आपके जीवन में कई ऐसे पल आएंगे जब आप अपने जीवन से ऊब जाएंगे. अपने आप को असहाय महसूस करने लगेंगे. लेकिन उस वक्त भी घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे समय में आप अपनी शक्ति को पहचानिए और परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने आपको बाहर निकालिए. जिस दिन आपके अंदर जूझने की शक्ति आ जाएगी दुनिया की कोई भी शक्ति आपको हरा नहीं पाएगी.